Saturday 1 December 2018

हिंदोस्तां का सच्चा वफादार मै ही हूँ,
कब्रों से पूछ, अस्ल जमींदार मै ही हूँ,
दरिया के साथ वो तो समंदर मे बह गया,
मिट्टी मे मिलके मिट्टी का हकदार मै ही हूँ,

--Famous Urdu Poet
https://youtu.be/wHgxdqtBOLk

वो जमीं के चंद गज, घेरे यहां सोते रहे,
इस जमींदोजी को मिट्टी से वफा कहते रहे,
भूल है उनकी कि, हम दरिया मे मिलके खो गये,
हम हवा पानी मे घुलकर, देश मे बहते रहे,

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