Monday 29 March 2021

चुनावी मेंढक

 टर्र टर्र के शोर से मेरा दुखी हो गया गांव

मेंढक सारे खेल रहे हैं आपस में चुनाव

बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा 


फुदक फुदक कर मांग रहे हैं हमसे हमारा वोट

जात पात की दीन धर्म की करते हम पर चोट

बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा 


यह कर देंगे वह कर देंगे रोज खूब टर्रायें

लाल मुंगेरी वाले सपने हमको खूब दिखायें

बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा 


सर्दी गर्मी धूप छांव यह मिट्टी में छुप जाएं

जैसे पड़े फुहार चुनावी कूद के बाहर आए

बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा 


--कृपाल😎

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