टर्र टर्र के शोर से मेरा दुखी हो गया गांव
मेंढक सारे खेल रहे हैं आपस में चुनाव
बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा
फुदक फुदक कर मांग रहे हैं हमसे हमारा वोट
जात पात की दीन धर्म की करते हम पर चोट
बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा
यह कर देंगे वह कर देंगे रोज खूब टर्रायें
लाल मुंगेरी वाले सपने हमको खूब दिखायें
बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा
सर्दी गर्मी धूप छांव यह मिट्टी में छुप जाएं
जैसे पड़े फुहार चुनावी कूद के बाहर आए
बोलो सा रा रा रा जोगीरा सा रा रा रा
--कृपाल😎
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