बीघे भर का पलंग है लेकिन चादर औने पौने हैं
अलग-अलग पर यहां सभी के अपने-अपने रोने हैं
माना मेरी वाली तेरी वाली से कुछ सुंदर है
सच केवल मालूम उसे है नखरे जिसको धोने हैं
--कृपाल😎
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