प्यार का चेहरा कभी वो, है कभी गुस्से की सूरत
मोम सी कोमल भी है और, है कभी पत्थर की मूरत
देव भी अनभिज्ञ हैं, उसकी दशाएं और कला से
खूबसूरत भी बला की, और बला भी खूबसूरत ।
--कृपाल😎
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