हर एक जिंदगी में छाले हैं,
कुछ खुदाई, कुछ खुद के पाले हैं,
हंस के देखो तो है दिवाली भी,
रोना चाहो तो बस दिवाले हैं।
--कृपाल 😎
No comments:
Post a Comment